अनुपूरक मांगों पर चर्चा और मतदान होगा।
विधानसभा सत्र के दौरान मंगलवार को दूसरे दिन सदन के पटल पर सरकार चार विधेयक लाएगी। इसके अलावा अनुपूरक मांगों पर चर्चा और मतदान होगा। फिर उत्तराखंड विनियोग अनुपूरक विधेयक 2020 को पारित कराया जाएगा। सदन में पूर्व में पारित 12 विधेयक अधिनियम बनेंगे।
किसानों के बकाया भुगतान की मांग को लेकर विधायकों ने गन्ना लेकर किया प्रदर्शन:
सत्र के दूसरे दिन गन्ना किसानों के बकाया भुगतान की मांग को लेकर विपक्ष के विधायकों ने गन्ना लेकर प्रदर्शन किया। कांग्रेस विधायक काजी निजामुद्दीन, ममता राकेश, फुरकान अहमद, आदेश चौहान, मनोज रावत, हरीश धामी ने गन्ना लेकर विधानसभा में जाने का प्रयास किया, लेकिन मुख्य गेट पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इस दौरान विधायकों और सुरक्षाकर्मियों के बीच नोकझोंक भी हुई।
विधानसभा सत्र में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की वर्चुअल भागीदारी पर विपक्ष का सदन में हंगामा किया। विपक्षी सदस्यों ने पूछा कि क्या सदन में वर्चुअल भागीदारी का कोई नियम है। अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने निर्देश दिए कि कार्यसंचालन नियमावली में वर्चुअल भागीदारी का प्रावधान किया जाए।
उत्तराखंड (उत्तरप्रदेश भू-राजस्व अधिनियम 1901) (संशोधन) विधेयक, 2020, उत्तराखंड लोक सेवा (आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए आरक्षण) (संशोधन) विधेयक 2020, उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (संशोधन) विधेयक 2020, उत्तराखंड शहीद आश्रित अनुग्रह विधेयक 2020 भी सदन पटल रखे जाएंगे।
इन पर बुधवार को चर्चा होगी और पारित किए जाएंगे। इसके अलावा लोकसेवा आयोग, उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग के वार्षिक प्रतिवेदन और लेखा रिपोर्ट आएगी। सार्वजनिक उपक्रम एवं निगम समिति के सभापति 2017-18 की पहली रिपोर्ट सदन के पटल पर रखेंगे।
आज हैं विस सत्र में हंगामे के आसार:
उत्तराखंड विधानसभा सत्र का पहला दिन बेशक शोक संवेदनाओं के सन्नाटे में गुजर गया, लेकिन आज (मंगलवार) को सदन में हंगामे के पूरे आसार हैं। किसानों, बेरोजगारों, महंगाई और कोविड के मुद्दे पर विपक्ष सत्र शुरू होने से पहले ही नियम 310 की सूचना पर चर्चा की मांग कर सकता है। चूंकि मंगलवार को प्रश्नकाल और शून्यकाल भी होगा, लिहाजा मुद्दे उठाने के लिए विपक्ष के पास भरपूर अवसर होगा।
मंगलवार को सदन में विपक्ष काम रोको प्रस्ताव के रूप में मुद्दे उठाने की कोशिश करेगा। किसान आंदोलन के मुद्दे पर विपक्ष राज्य के किसानों के मुद्दों को उठाने की तैयारी में है।
महाराज और आर्य को देने हैं जवाब:
विधानसभा सत्र के दौरान मंगलवार कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज और यशपाल आर्य के विभागों से संबंधित प्रश्नों के जवाब देने का है। यानी प्रश्नकाल के दौरान विपक्ष दोनों मंत्रियों के विभागों से जुड़े प्रश्नों के जरिये निशाना साधने की कोशिश करेगा।