मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के पीएम मोदी से मुलाकात के बाद मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चाएं तेज हो गई है।
देहरादून- उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सरकार अगले महीने अपने 3 साल पूरे कर लेगी, लेकिन इन 3 सालों में प्रचंड बहुमत वाली सरकार के कैबिनेट में तीन मंत्री पद शुरू से ही खाली हैं। भाजपा के कई विधायक इन मंत्री पद की रेस में बने हुए हैं। वहीं अब मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के पीएम मोदी से मुलाकात के बाद मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चाएं तेज हो गई है। सूत्रों की मानें तो इस मुलाकात में सबसे अहम राज्य में पिछले 3 सालों से खाली पड़े मंत्री पदों को भरने की चर्चा हुई। फरवरी 2017 में भाजपा को जनता ने 70 में से 57 सीट जीताकर भारी बहुमत दिया था…..बावजूद इसके 3 साल से कैबिनेट के 3 मंत्री पद खाली हैं। जिन्हें सरकार अब जल्द भरना चाहती है। मंत्री पद की दौड़ में भाजपा के कई विधायक शामिल है कुमाऊं मण्डल से बात करें तो सबसे बड़ा नाम डीडीहाट से पांच बार के विधायक बिशन सिंह चुफाल का है। बिशन सिंह चुफाल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। इसके बाद नाम आता है सल्ट विधानसभा सीट से तीसरी बार के विधायक सुरेंद्र सिंह जीना का। इसके अलावा बलवंत सिंह भौरियाल का भी नाम इस रेस में बना हुआ है जबकि गढ़वाल मंडल की बात करें तो मुन्ना सिंह चौहान इस रेस में सबसे आगे बताए जा रहे हैं। जो दूसरी बार विधायक बने है। इस लिस्ट में बद्रीनाथ से विधायक महेंद्र भट्ट और मसूरी विधायक गणेश जोशी का भी नाम शामिल है। तीन मंत्री पद के लिए इन 6 नामों ही अंतिम फैसला लिया जाएगा या कोई और नाम इन मंत्री पद को भरेगा इसका फैसला सरकार जल्द करने के मूड में है। भारतीय जनता पार्टी के मीडिया प्रभारी का इतना कहना है कि मुख्यमंत्री खुद चाहते हैं कि जल्द से जल्द विनीत के तीनों खाली पद भरे जाएं और वही नहीं केंद्रीय नेतृत्व भी यही चाहता है।