करवाचौथ पर पीएम मोदी ने देश की सुहागिनों को दिया ‘ये बड़ा तोहफ़ा’
8 अक्टूबर को देश में सुहागिन महिलाओं का सबसे ख़ास माने जाने वाला त्यौहार ‘करवाचौथ’ है. इस दिन हर महिला यही उम्मीद करती है कि उसका पति, जिसकी लम्बी उम्र की कामना के लिए उन्होंने निर्जल व्रत रखा है वो उन्हें तोहफे दें. ऐसे में महिलाओं की इसी पुकार को उनके पति सुने या ना सुने पीएम मोदी ने सुना भी और उसपर एक अहम कदम भी उठाया है. जी हाँ दरअसल महिलाओं के इस त्यौहार को थोड़ा और ख़ास बनाने के लिए पीएम मोदी ने इस करवाचौथ देश की सुहागिनों को दिया एक बड़ा तोहफ़ा दिया है.
जानिए क्या है वो तोहफ़ा?
तो हम आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करवाचौथ से ठीक पहले सुहागनों को तोहफा देते हुए सोने की खरीद के नियमों में ढील दे दी है. जानकारी के लिए बता दें कि 22वीं जीएसटी काउंसिल की बैठक में साफ किया गया कि 50,000 तक सोना खरीदने पर पैन कार्ड और आधार कार्ड देना अब अनिवार्य नहीं है.यानी की मतलब साफ़ है कि अब आपको 50,000 तक की खरीददारी पर सरकार को कोई अतिरिक्त जानकारी नहीं देनी पड़ेगी. इसके साथ ही एक बड़ा कदम उठाते हुए इस बैठक के बाद सरकार ने ज्वैलरी सेक्टर को पीएमएलए (सरकार ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट 2002) के दायरे से भी बाहर कर दिया है.
बताया जा रहा है कि फेस्टिव सीजन की शुरुआत में ही इस बार गौर किया गया कि सोने की डिमांड पिछले साल की तुलना में 60 फीसदी कम रिकॉर्ड की गयी. ज़ाहिर है इसका साफ़ मतलब था कि गोल्ड ज्वैलरी की बिक्री पर नोटबंदी और जीएसटी का बुरा असर पड़ा था. ऐसे में माना जा रहा है कि जनता की इसी मुश्किल को भांपते हुए सरकार ने ये फैसला लिया है क्योंकि ये बात तो तय है कि जैसे-जैसे दिवाली नजदीक आएगी, सोने के सामान की खरीददारी बढ़ेगी.