मोदी – मोदी
BJP आलाकमान किसी परम्परागत BJP विधायक या सांसद को ही मुख्यमंत्री बनाएगा ,क्योंकि इस समय वे इस स्थिति में हैं कि कोई नाराज़ भी हो जाय तो अपना ही नुकसान करेगा और दल बदलू (हैवी वेट) को बनाने से अन्य दल बदलू भी सर उठाने लगेंगे ।और इनमें कुछ लोग हैं ऐसे जो अपनी स्वार्थ सिद्धि के लिये किसी भी हद तक जा सकते हैं ।मुरली मनोहर जोशी जी और आडवाणी जी को मुख्य धारा से दूर रखना आसान बात नहीं थी ।लेकिन मोदी जी ,जो कि लकीर के फ़कीर नहीं हैं और अमित शाह जी जो इस समय बहुत शक्तिशाली हैं ने बहुत आसानी से दोनों को किनारे ही बिठा रखा है । हो सकता है भविष्य में उन्हें राज्यपाल या राष्ट्रपति जैसे गरिमामय पद दिये जांय लेकिन अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी । इस समय ये भी एक अच्छी बात है कि केंद्र और राज्य में एक ही दल की सरकार होगी तो जो समय और ताकत केंद्र और राज्य एक दूसरे पर आरोप -प्रत्यारोप पर लगाते हैं वो भी नहीं होगा ।2022 तक तक राज्य में स्थिर सरकार होगी और जिस तरह से मोदी लहर चल पड़ी है पूरी संभावना है कि 2019 में केंद्र में फिर मोदी राज होगा । हम कह सकते हैं कि उत्तराखंड को पर्यटक,साफ़ सुथरा और शैक्षिक रूप से उन्नत राज्य बनने के लिए मंच सज चुका है ,देखना है कि राज्य के नीति -नियंता सशक्त और नवोन्मेषी प्रधानमन्त्री के निर्देशन में उत्तराखंड को भारतवर्ष के नक्शे पर कहाँ स्थापित कर पाते हैं (ये मेरी निजी राय है .