पूर्व शिक्षा मंत्री, मंत्री प्रसाद नैथानी जी के गांव में हुआ ये हादसा
टिहरी: ग्राम सभा कोट में बड़ा हादसा होने से टल गया, जंगल में घास पती लेने रोज की भांति कई महिलाएं गाँव से लगभग 1 किलोमीटर दूर जंगल गयी हुवी थी । जंगल से वापिस घर आते समय महिलाओं के समहुँ में से पूर्व वार्ड सदस्य मथुरा प्रसाद नैथानी जी की मिसिज श्रीमती सावित्री देवी महिलाओं के समहुँ के साथ गदेरे को पार कर रही थी रोज की भांति विशोंन पर्वत पर भारी बारिश होने के कारण गदेरे में जल भराव हो गया साथ की महिलाओं ने समय रहते गदेरे को पार कर दिया था लेकिन पानी अधिक होने बढ़ जाने के कारण सावित्री देवी बीच गदेरे में फंस गई और देखते ही देखते उनका छाता चप्पल और घास पतियों का बोझ भी बह गया उक्त इस्थिति को देख अन्य महिलाओं ने साथ मिलकर अनहोनी होने से बचा लिया ।
आपको बता दें कि यह पुल 2013 की आपदा में पूर्ण रूप से बह गया था ।
जबकि इस पुल के बह जाने से 5 से 7 ग्राम पंचायतों का का आम रास्ता है। 2013 में क्षैत्रीय विधायक भीम लाल आर्य भर्मण पर जरूर गये थे । लेकिन इस्थिति जैसे की वैसी है।
वहीं घटना की जानकारी पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शोना सजवाण ने हमारे संवाददाता पवन नैथानी से बातचीत में जेई भेजने की बात कही है।
वहीं ग्रामीणों का कहना है। 2013 की आपदा में दोनों पुल बह गये थे । तब से अभी तक दोनों पुलों में से एक भी पुल नहीं बन पाया है ।
वहीं विक्रम घणाता ने कहा है उस समय तो साथ में बहुत सारी महिलाएं थी और सबने मिलकर साहस न दिखाया होता तो यह एक बड़ी घटना हो सकती थी ।
बड़ा हादसा होने से तो टल गया है । लेकिन अकेले आने जाने में यहाँ पर कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है । सायद उसके बाद ही साशन प्रशासन और क्षैत्रीय जनप्रतिनिधियों की नीन्द खुलेगी