जब ऐसा कुछ देखने को मिले तो समझ लो कुछ ना कुछ होने जा रहा है.
राजनीति मे बहुत कम ही देखने को मिलता है कि एक मंच पर कई दिग्गज आ खड़े हों… और जब ऐसा कुछ देखने को मिले तो समझ लो कुछ ना कुछ होने जा रहा है. या फिर कुछ ऐसा हो रहा है कि जिससे अंदरखाने कुछ लोग डरे हुए हैं… उत्तराखंड 9 नवंबर को अपना स्थापना दिवस मनाने जा रहा है. जहां सरकार इसे धूमधाम से मनायेगी वहीं कांग्रेस भी कह चुकी है की हम स्थापन दिवस को धूमधाम से ही मनायेंगे… लेकिन इन राजनैतिक दलों को छोड़ दे और आमजन से पूछा जाए, की क्या आप जानते हैं उत्तराखंड कुछ दिनों बाद अपना कौनसा स्थापना दिवस मनाने जा रहा है… राज्यआंदोलनकारी कौन हैं? तो उसे कुछ नही पता… इसमे गलती आम आदमी की नही है. उसमे पूरी गलती क्षेत्रीय दसों की है(इसमे भाजपा और कांग्रेस को मै नही रखता, इनका तो मक़सद ही राज्य बनाकर राजनीति करना रहा है) आज क्षेत्रीय नेता ना जाने कहां गायब हो गए हैं.. भले ही आज कुछ क्षेत्रीय नेता एक मंच मे खड़े दिख गए हों. लेकिन यह भी साफ़ नज़र आ रहा है की यह सभी अपनी राजनीतिक भूख की वजह से यहां खड़े हैं… किसी को प्रदेश से कुछ लेना देना नही है. वैसे प्रदेश मिलने के बाद शायद ही कुछ अच्छा हुआ हो.. आज स्थिति और बत्तर है. यूपी के वक्त जो व्यक्ति प्रधान बनने की स्थिति मे नही था आज विधायक है. भविष्य मे प्रदेश को कैसा होना चाहिए इस सोच के बिना ही उत्तराखण्ड बना दिया गया… सरकार क्या काम कर रही है यह तो हमेशा पूछा जायेगा, लेकिन हम प्रदेश के लिए क्या कर रहे हैं यह जरूर खुद से पूछा जाना चाहिए.
राजधानी देहरादून के नगर निगम के टाउन हॉल में एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें सभी पार्टी के नेताओं ने हिस्सा लिया प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने बताया कि जिस तरह से भाजपा ने उत्तराखंड राज्य को लूटने खसोट ने का काम लगातार जारी कर रखा है उससे उत्तराखंड राज्य आने वाले दिनों में अपनी पहचान को खोता नजर आएगा साथ ही समाजवादी पार्टी वह लेफ्ट के नेता इसके अलावा उत्तराखंड क्रांति दल के वरिष्ठ नेताओं ने अपने अपने विचार रखे इस कार्यक्रम के बाद लोगों ने कयास लगाने शुरू कर दिए की कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय अपनी एक अलग पार्टी का गठन करने जा रहे हैं जब इस बाबत किशोर उपाध्याय से बात की गई तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि यह शरारती तत्वों का काम है और राजनीति में इस तरह की अफवाह आए दिन उड़ती रहती हैं