उत्तराखंड में कोरोना के निरंतर बढ़ते मामलों ने सरकार की बेचैनी भी बढ़ा दी है।
बढ़ते मामलों ने सरकार की बेचैनी भी बढ़ा दी है। इसे देखते हुए राज्य में कुछ दिनों के लिए रात्रि कर्फ्यू अथवा वीकेंड पर एक या दो दिन की साप्ताहिक बंदी के विकल्पों पर विचार चल रहा है। इस संबंध में फैसला मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की शनिवार को जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये होने वाली कोरोना की समीक्षा बैठक के बाद लिया जाएगा। इस बीच केंद्र ने भी बुधवार को सभी राज्यों को एडवाइजरी जारी कर कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए अपने स्तर से सख्त प्रविधान लागू करने की छूट दे दी है। इसमें रात्रि कर्फ्यू की इजाजत राज्य सरकारों को दी गई है। उधर, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट कर राज्य में लॉकडाउन दोबारा लागू करने की चर्चा को निराधार करार दिया है।
त्योहारी सीजन के दौरान राज्य में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी आई है। देहरादून, नैनीताल, हरिद्वार, चमोली, पिथौरागढ़ समेत लगभग सभी जिलों में पिछले कुछ दिनों में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा तेजी से बढ़ा है। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर अब सरकार सख्त कदम उठाने की तैयारी में है। इस कड़ी में राज्यभर में कुछ दिन रात में कफ्र्यू रखने के अलावा सप्ताह के आखिरी दो दिनों या फिर एक दिन साप्ताहिक बंदी का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराने के मद्देनजर गहनता से विचार किया जा रहा है। हाल में कुछ जिलों में साप्ताहिक बंदी के बेअसर रहने की बात सामने आई है।
शनिवार को मुख्यमंत्री सभी जिलाधिकारियों के साथ जिलों में कोरोना संक्रमण की स्थिति, इसकी रोकथाम के उपाय समेत उक्त विकल्पों पर विचार-विमर्श करेंगे। सचिव आपदा प्रबंधन एसए मुरुगेशन के अनुसार मुख्यमंत्री की वीडियो कॉफ्रेंसिंग के बाद ही निर्णय लिया जाएगा कि क्या कदम उठाए जाएं।
बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यों को एक एडवाइजरी जारी की। इसमें कहा गया है कि स्थानीय लॉकडाउन की व्यवस्था केंद्र की सलाह पर ही लागू की जाए। इसके साथ ही कोरोना संक्रमण की दर साप्ताहिक आधार पर 10 फीसद से ज्यादा हो जाती है तो कार्यालयों में कार्मिकों की संख्या नियंत्रित की जा सकती है। राज्य अपने स्तर पर विभिन्न आयोजनों में दो सौ व्यक्तियों की उपस्थिति की सीमा को सौ या इससे कम कर सकते हैं।