हमें गर्व है भारत के बेटियों पर- इस बच्ची ने १३ साल की उम्र में गोल्ड मैडल जीतकर इतिहास रचा…..
Esha Singh: 13 साल की उम्र में इस बब्ची ने देश के लिए एशियाई एयरगन चैंम्पियनशिप की 10 मीटर एयर पिस्टर शूटिंग में गोल्ड मेडल जीता है। इसे छोटी बात बिल्कुल भी न समझें। बेटियां क्या कर सकती हैं इस बात को समझने की कोशिश करें। शूटिंग एक ऐसा खेल है, जहां सांसें थामनी पड़ती हैं, लक्ष्य पर निशाना साधना होता है। कई बार तो ऐसा भी होता है कि हाथ पर पिस्टल रखे कई देर तक हाथ को स्टिल यानी सीधा रखना पड़ता है। पर ये बच्ची थकी नहीं, इसलिए ये गोल्ड मेडल कई मायनों में अहम है। एशियाई एयरगन चैम्पियनशिप ताइपे में हुई। ईशा ने फाइनल में 240.1 का स्कोर किया। दूसरे नंबर पर कोरिया की युन सियोनजिओंग रही, जिन्होंने 235 का स्कोर किया। तीसरे नंबर पर ताइपे की खिलाड़ी चेन यू-जू रही, जिन्होंने 214.8 का स्कोर किया। आगे जानिए ईशा की कहानी…जिसे पढ़कर और जानकर आपको खुशी होगी।
आपको ये जानकर भी हैरानी होगी ईशा ने क्वालिफिकेशन में ही 576 का स्कोर कर दिया था और वहां भी वो पहले स्थान पर रही थीं। पहले राउंड में 96, दूसरे राउंड में 96, तीसरे राउंड में 96, चौथे राउंड में 95, पांचवे राउंड में 96 और छठे राउंड में ईशा ने 97 का स्कोर किया था। ईशा कौन हैं, जरा ये भी जान लीजिए। तेलंगाना की रहने वाली ईशा ने बीते साल राष्ट्रीय शूटिंग चैम्पियनशिप में मनु भाकर को पीछे छोड़ देया था। 10 मीटर एयर पिस्टल में ईशा ने स्वर्ण पदक जीता था। कमाल की बात तो ये है कि ईशा ने उस चैम्पियनशिप में जूनियर और यूथ कैटेगरी में भी गोल्ड मेडल जीते थे। 8 साल की उम्र से ही ईशा ने ट्रेनिंग लेना शुरू कर दिया था। ओलिंपिक में पदक जीतने वाले गगन नारंग से ट्रेनिंग लेने के लिए ईशा कभी-कभी पुणे भी जाती हैं। राज्य समीक्षा की टीम की तरफ से ईशा सिंह को शुभकामनाएं…इसी तरह से आगे चलकर देश का नाम रोशन करें।