Loksabha Chunav 2024: उत्तराखंड में भाजपा का लगातार तीसरा क्लीन स्वीप… देखती रह गई कांग्रेस

उत्तराखंड में एक बार फिर भाजपा ने राज्य की पांचों लोकसभा सीटों पर परचम फहरा दिया है। केंद्रीय राज्यमंत्री अजय भट्ट ने नैनीताल-ऊधम सिंह नगर संसदीय सीट से लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की है, जबकि हरिद्वार से त्रिवेंद्र सिंह रावत और टिहरी गढ़वाल सीट से महारानी राज्य लक्ष्मी शाह भी विजयी रहे हैं। गढ़वाल संसदीय सीट से भाजपा के अनिल बलूनी व अल्मोड़ा से अजय टम्टा ने भी अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वियों पर मतों के भारी अंतर से जीत दर्ज की। राज्य में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम और पिछले 10 वर्षों के दौरान किए गए विकास कार्यों पर मतदाताओं ने भाजपा को भारी जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। जहां तक कांग्रेस का सवाल है, पार्टी के हाथ फिर खाली रह गए। कांग्रेस के बड़े नेता स्वयं लोकसभा चुनाव लडऩे से झिझक रहे थे। इसका परिणाम यह हुआ प्रदेश में लगातार तीसरे चुनाव में पार्टी का सूपड़ा साफ होने जा रहा है।

19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के लिए मतदान हुआ
उत्तराखंड में प्रथम चरण में 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के लिए मतदान हुआ। इस चुनाव में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के ही बीच ही रहा। पांचों सीटों पर कुल 55 प्रत्याशी मैदान में उतरे थे। भाजपा ने लगातार तीसरी बार सभी पांचों सीटों पर विजय पताका फहराई है। इससे वह राज्य में लगातार तीन लोकसभा चुनाव में सभी सीटों पर जीत दर्ज करने वाली पहली पार्टी भी बन गई।

मतों की संख्या के हिसाब से अजय भट्ट की सबसे बड़ी जीत
केंद्रीय राज्यमंत्री अजय भट्ट ने मतों की संख्या के हिसाब से सबसे बड़ी जीत दर्ज की। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के प्रकाश जोशी को 3,34,548 मतों से हराया। अजय भट््ट को कुल 7,72, 671 और जोशी को 4,38123 मत हासिल हुए।
टिहरी सीट से भाजपा प्रत्याशी माला राज्यलक्ष्मी शाह ने कांग्रेस के जोत सिंह गुनसोला को 2,72,493 मतों से पराजित किया। महारानी माला राज्यलक्ष्मी शाह को कुल 462603 व कांग्रेस के जोत सिंह गुनसोला को 190110 मत मिले। हरिद्वार संसदीय सीट से पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 1,64,056 मतों से कांग्रेस के वीरेंद्र रावत को पराजित किया। त्रिवेंद्र सिंह रावत को 6,53,808 और वीरेंद्र रावत को 4,89,752 मत प्राप्त हुए।
गढ़वाल संसदीय सीट पर भाजपा के अनिल बलूनी 4,32,159 मत प्राप्त कर 2,68,656 मत हासिल करने वाले अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के गणेश गोदियाल से 1,63,503 मतों से जीते। अल्मोड़ा संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी अजय टम्टा को 4,29,167 मत मिले, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी प्रदीप टम्टा को 1,95,070 मत प्राप्त हुए थे। अजय टम्टा ने प्रदीप टम्टा को 2,34097 मतों से पराजित किया। मैदान में उतरे 55 प्रत्याशियों में से 44 की जमानत जब्त हो गई। जहां तक क्लीन स्वीप की बात है, वर्ष 2009 में कांग्रेस की झोली में सभी पांच सीट गई थीं, जबकि इसके बाद वर्ष 2014, 2019 और अब भाजपा ने सभी सीटें जीतीं। इस ऐतिहासिक प्रदर्शन के बावजूद राज्य में भाजपा के कुल मत प्रतिशत में इस बार गिरावट दर्ज की गई है।