कोविड को लेकर लोगों की लापरवाही अब भारी पड़ते जा रही है।

रामनगर में 16 दिन में 94 लोग संक्रमित हो गए है। इसे नियंत्रित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग अब बिना मास्क के दिखने पर लोगों का मौके पर ही टेस्ट कराने की तैयारी कर रहा है।

रामनगर में अक्टूबर तक कोरोना के छिटपुट केस ही सामने आए थे। नवंबर में कोरोना के केस अचानक बढ़ने लगे हैं। एक नवंबर से 20 नवंबर तक 94 लोग संक्रमित हो गए। जबकि तीन दिन दीवाली के अवकाश की वजह से सेम्पलिंग बन्द रही। यह स्थिति तब है जब स्वास्थ्य विभाग द्वारा सामान्य लोगों की सेम्पलिंग नहीं की जा रही है। लोग जरूरत पड़ने पर ही कोरोना की जांच करा रहे हैं। इसमें अधिकांश आईआरबी बैलपड़ाव के 13 जवान व स्कूलों के छात्र छात्राएं भी शामिल है।

कोरोना के इतने केस बढ़ना गंभीर स्थिति को दिखाता है। लोगों द्वारा भीड़भाड़ में बरती जा रही लापरवाही कोरोना को बढ़ावा दे रही है। बढ़ते केस को लेकर चिंतित स्वास्थ्य विभाग अब एक मोबाइल टीम बनाने की तैयारी कर रहा है। यह टीम क्षेत्र में घूमकर बिना मास्क लगाए लोगों को पकड़कर मौके पर ही जबरन कोरोना का रैपिड एंटीजन टेस्ट करेगी।

यह टीम लोगों के पॉजिटिव निकलने पर मास्क नहीं पहनने पर जुर्माना लगाने के साथ ही मौके से ही कोविड सेंटर भेजेगी। नेगेटिव निकलने पर भी जुर्माना लिया जाएगा। कोविड के नोडल अधिकारी प्रशांत कौशिक ने बताया कि स्थिति गंभीर हो रही है। हम अब कोरोना की जांच के लिए लोगों की सेंपलिंग बढ़ा रहे हैं। इसे रोकने के उपायों को लेकर प्रशासन से वार्ता की जाएगी।

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