मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रविवार को सर्वे चौक स्थित आईआरडीटी ऑडिटोरियम में देहरादून स्मार्ट सिटी प्रा. लि. की 575.18 करोड़ रुपये की नौ परियोजनाओं का शिलान्यास किया। उन्होंने सहस्त्रधारा रोड स्थित बन रहे इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) का नाम सदैव दून रखने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सदैव दून का शुभारंभ 25 दिसंबर को गुड गवर्नेंस डे पर होगा। इसके जरिये यातायात प्रबंधन, इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम सॉल्यूशन, वेरिएबल मैसेज साइन बोर्ड, एनवायरमेंट सेंसर, सिटी वाईफाई, सिटी सर्विलांस और स्मार्ट पार्किंग आदि पर नजर रखी जाएगी।
उन्होंने कहा कि सड़कों पर झूलती तारों को मल्टी यूटिलिटी डक्ट के जरिये अंडर ग्राउंड किया जाएगा। जल्द यह काम शुरू होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी भवनों पर सोलर एनर्जी का काम शुरू हो गया है। सचिवालय में मुख्यमंत्री भवन में इसका कार्य पूरा हो गया है। हम जल्द ग्रीन एनर्जी की ओर बढ़ेंगे। स्मार्ट सिटी में भी इसको बढ़ावा दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि स्कूलों में वर्चुअल क्लास शुरू करने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य बन चुका है। 150 माध्यमिक विद्यालयों को इससे जोड़ा गया है। अगले 15-20 दिन में 350 विद्यालयों को और जोड़ दिया जाएगा। प्रदेश के 1200 माध्यमिक स्कूलों को इससे जोड़ने की योजना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2010-11 में यह प्रोजेक्ट मंजूर हुआ था, पर आगे नहीं बढ़ पाया। मामला संज्ञान में आने पर इस पर निर्णय लिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द सरकार स्वच्छ और स्वस्थ भारत के मिशन में आगे बढ़ेगी।
शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि अभी केवल 10 वार्ड ही स्मार्ट सिटी में शामिल हैं। आने वाले दिनों में पूरा देहरादून स्मार्ट सिटी बनेगा। रुड़की में वेस्ट टू इनर्जी प्लांट लगने से सड़कों पर कूड़ा नहीं दिखाई देगा। वहीं, मेट्रो की जगह रोप-वे पर काम किया जा रहा है। मेयर सुनील उनियाल गामा ने कहा कि शहर को स्मार्ट बनाने के लिए लोगों को कुछ परेशानियों का भी सामना करना पड़ेगा, लेकिन इसके बाद शहर की सूरत बदल जाएगी। दूनवासी खुद इस बात को जानते हैं और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में पूरा सहयोग कर रहे हैं।
कार्यक्रम में ये रहे मौजूद
विधायक हरबंस कपूर, धर्मपुर विधायक विनोद चमोली, सहसपुर विधायक सहदेव पुुंडीर, राजपुर विधायक खजानदास, विधायक मुन्ना सिंह चौहान, सचिव शहरी विकास अरविंद सिंह हयांकी, आयुक्त गढ़वाल रविनाथ रमन, देहरादून स्मार्ट सिटी प्रा. लि. के सीईओ डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव, महाप्रबंधक बीसी बिनवाल, एमडीडीए सचिव जीसी गुणवंत, गति फाउंडेशन के अनूप नौटियाल, पार्षद अजय सिंघल आदि।
1. स्मार्ट ग्रीन बिल्डिंग : 204.46 करोड़ से हरिद्वार रोड स्थित रोडवेज की वर्कशाप में ग्रीन बिल्डिंग बनेगी। भवन का निर्माण राज्य की वास्तु शैली के अनुरूप किया जाएगा। साथ ही राज्य के प्रतीक भी प्रदर्शित किए जाएंगे। इस बिल्डिंग में भविष्य में जिला अधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी समेत अन्य जिला स्तरीय महत्वपूर्ण दफ्तरों को शिफ्ट किया जाएगा। सभी सरकारी दफ्तर एक जगह होने से आम लोगों को फायदा मिलेगा। यह भवन अधिकतम ऊर्जा की बचत करने वाला होगा। भवन में अत्याधुनिक सुविधा युक्त कैंटीन, डिस्पेंसरी, क्रैच समेत अन्य सुविधाएं भी होंगी।
2. स्मार्ट रोड, मल्टी यूटिलिटी डक्ट, वाटर सप्लाई, सीवरेज और ड्रेनेज : इसके लिए 190.54 रुपये का बजट रखा गया है। हरिद्वार रोड का 1.5 किलोमीटर, ईसी रोड का 2.9 किमी, राजपुर रोड का 1.8 किमी तथा चकराता रोड का 1.8 किमी हिस्सा स्मार्ट रोड के तहत बेहतर बनाया जाएगा। इसके तहत पेड़-पौधे भी लगाए जाएंगे। साथ ही मल्टी यूटिलिटी डक्ट बनाया जाएगा, जिसके जरिये विद्युत लाइनों, नालियों और ड्रेनेज को अंडरग्राउंड किया जाएगा। सेंसर युक्त एलईडी लाइटें आदि भी लगेंगी। साथ ही, वाटर सप्लाई, सीवरेज और ड्रेनेज पर भी काम होगा।
3. स्मार्ट वाटर मैनेजमेंट : वाटर स्काडा (सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डेटा एक्यूजीशन) के जरिये शहर के किस क्षेत्र में कितना पानी सप्लाई हो रहा है, लीकेज आदि की जानकारी मिलेगी। पानी की टंकियों, पाइपलाइन और फिल्टर प्लांट पर इलेक्ट्रॉनिक सेंसर लगेंगे। सभी कंट्रोल रूम में लगे एक कंप्यूटर से जुड़ेंगे। इसके जरिये सरकार को 10 साल में 80 करोड़ से अधिक की बचत होगी। इस योजना में 56.63 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
4. वाटर सप्लाई ऑगमेंटेशन और स्मार्ट वाटर मीटरिंग : इस परियोजना पर 32.59 करोड़े रुपये खर्च होंगे। इसके तहत एडीबी एरिया में 50 वर्ष पुरानी लाइन को बदला जाना है, जो कि जीर्ण-क्षीर्ण अवस्था में है। ताकि पेयजल की गुणवत्ता और वितरण में सुधार होगा। वहीं, पानी की खपत को समझदारी से प्रयोग करने के उद्देश्य से मौजूद 5901 के अलावा 10 प्रतिशत कनेक्शनों को जोड़ते हुए 6492 कनेक्शनों में स्मार्ट वाटर मीटर लगाए जाएंगे।
5. सीवरेज लाइन परियोजना : इसके तहत मुख्य सीवर नेटवर्क एवं सीवर ट्रीटमेंट प्लांट तक उनकी कनेक्टिविटी की योजना है। 13760 मीटर लाइन बिछाई जानी है। इसमें 28.41 करोड़ लागत आएगी। पांच साल तक रख रखाव ठेकेदार करेगा।
6. परेड ग्राउंड का कायाकल्प : परेड ग्राउंड का 20.85 करोड़ रुपये से कायाकल्प किया जाना है। सौंदर्यीकरण के तहत परेड ग्राउंड और गांधी पार्क को जोड़ने की योजना है। वहीं, लैंसडौन चौक से एस्लेहॉल चौक तक की सड़क को बंद किया जाएगा। परेड ग्राउंड के उत्तरी हिस्से में वीआईपी स्टेज बनाया जाएगा। साथ ही इसमें साइकिल ट्रैक भी बनेगा। दोनों ओर लोगों के बैठने के लिए बेंच और स्टैंड पोस्ट लगेंगे। इसके अलावा मैदान के एक हिस्से में फसाड योजना के तहत दुकानें बनाई जाएंगी।
7. स्ट्रोम वाटर ड्रैनेज : एडीबी क्षेत्र की मुख्य सड़कों के स्ट्रोम वाटर ड्रेनेज को रिस्पना और बिंदाल नदियों तथा मुख्य नालों तक जोड़ा जाना है। जिससे मुख्य सड़कों पर जल भराव की समस्या से निजात मिल सके। इस योजना पर 16.27 करोड़ खर्च होंगे।
8. पलटन बाजार पैदल यात्रा : 13.10 करोड़ से पलटन बाजार की 476 मीटर सड़क का भी नए सिरे से निर्माण होगा। वहीं, विद्युत और टेलीफोन लाइनों को मल्टी यूटिलिटी डक्ट बनाकर शिफ्ट किया जाएगा। सुबह सात से रात 10 बजे तक पलटन बाजार में दो एवं चार पहिया वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। इसके अलावा दिव्यांगों, बुजुर्गों आदि के लिए गोल्फकार्ट चलाई जाएगी।
9. दून लाइब्रेरी : परेड ग्राउंड के पास 2006 में बनी लाइब्रेरी अत्याधुनिक नहीं है। जिसे स्मार्ट सिटी के तहत 12.33 करोड़ से डिजिटल लाइब्रेरी के तौर पर बदला जाएगा। यहां स्मार्ट पंचिंग कार्ड की भी व्यवस्था की जाएगी। वहीं, 500 पाठकों के लिए पढ़ने की व्यवस्था की जाएगी।
सबसे अधिक प्लास्टिक जमा कराने पर जीआईसी खुड़बुड़ा सम्मानित
देहरादून स्मार्ट सिटी लि. के प्लास्टिक वापसी अभियान में सबसे अधिक 38 किलो सिंगल यूज प्लास्टिक जमा कराने वाले राजकीय इंटर कॉलेज खुड़बुड़ा को भी मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया। इसके अलावा 29 किलो के साथ दूसरे स्थान पर रहे प्राथमिक विद्यालय दिलाराम बाजार तथा 23 किलो प्लास्टिक जमा कराने वाले बालिका शिक्षा सदन जूनियर हाई स्कूल आनंद चौक के बच्चे भी सम्मानित हुए।
सर्वाधिक प्लास्टिक जमा कराने वाले ये छात्र सम्मानित
प्रथम- सलोनी (10) सनातक धर्म कन्या इंटर कॉलेज राजा रोड, 9476 पीस
द्वितीय- रोजी (10) राजकीय बालिका इंटर कॉलेज राजपुर रोड, 4250 पीस
तृतीय- नेहा (12) सीएनआई गर्ल्स इंटर कॉलेज, 4247 पीस
सीएम ने केवल विहार कॉलोनी को दिया स्वच्छ कॉलोनी का अवॉर्ड
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने देहरादून स्मार्ट सिटी लि. की ओर से सबसे स्वच्छ कॉलोनी प्रतियोगिता में पहला स्थान पाने वाली सहस्त्रधारा रोड स्थित केवल विहार कॉलोनी को पुरस्कृत किया। पुरस्कार समिति के प्रधान आरएस नेगी, सचिव वीपी कुकरेती, सुनील गुप्ता, डॉ. मनोज अग्रवाल आदि ने लिया। प्रतियोगिता में शहर की 30 कॉलोनियों ने ऑनलाइन आवेदन किया था।
वहीं, दूसरा स्थान पाने वाले सीएसआईआर आईआईपी मोहकमपुर तथा तीसरे स्थान पर रहे सिद्धार्थ पैराडाइज अपार्टमेंट पंडितवाड़ी को भी मुख्यमंत्री ने पुरस्कार दिया। इसके अलावा पांच कॉलोनियों को सांत्वना पुरस्कार भी दिया गया। जिसमें सीसीक्यू एक एस्टेट रेजिडेंशियल कॉलोनी, पर्ल्स पैराडाइज रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन, पुष्पांजलि अपस्केल लिविंग वेलफेयर सोसाइटी, सैनिक कॉलोनी और मालसी विकास मंच शामिल है। इस दौरान पार्षद संजीव मल्होत्रा, डॉ. महेश भंडारी आदि भी सम्मानित हुए।