थॉट ऑफ़ दा डे.
“न जिंदगी में कुछ लेकर आए थे न कुछ लेकर जाएगे, जो भी कमायेगे जितना कमायेगे |
सब कुछ अपने परिवार और अपने बच्चों को देकर चले जाएगे” |
जिंदगी ऐसे ही चलती है : क्या खोया क्या पाया सोचते रह गये और जिंदगी गुजर गयी |
Written by Arun Sharma ( AK- 47)