पासपोर्ट बनाने के लिए अब दूरस्थ और पर्वतीय जिलों के लोगों को देहरादून के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।

पासपोर्ट बनाने के लिए अब दूरस्थ और पर्वतीय जिलों के लोगों को देहरादून के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। पिछले लगभग आठ महीने से बंद पासपोर्ट सेवा केंद्रों (पीएसके) को खोलने के लिए विदेश मंत्रालय के निर्देश पर तैयारी अंतिम चरण में है। इससे दूरस्थ क्षेत्रों के लोगों को सहूलियत मिलेगी।

विदेश मंत्रालय ने लंबे समय से चली आ रही मांग के बाद प्रदेश के रुड़की, श्रीनगर गढ़वाल, अल्मोड़ा, रुद्रपुर, काठगोदाम और नैनीताल में पोस्ट ऑफिस के साथ मिलकर पासपोर्ट सेवा केंद्र खोले थे। जिनमें पासपोर्ट कार्यालय के अधिकारियों और अन्य कर्मचारियों के सहयोग से पोस्ट ऑफिस के स्टाफ की ओर से बायोमेट्रिक जांच की जाती थी।
इसके लिए आवेदक को बायोमेट्रिक जांच के लिए देहरादून स्थित हाथीबड़कला पासपोर्ट सेवा केंद्र में नहीं आना पड़ता था। कुछ जटिल मामलों में ही आवेदकों को एमकेपी रोड स्थित क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय के मुख्य कार्यालय में ऑनलाइन अपॉइंटमेंट लेकर आना होता था।

पासपोर्ट कार्यालय ने भी आदेश जारी किया:
उत्तराखंड के क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी दीपक जोशी ने बताया कि विदेश मंत्रालय ने अब अनलॉक की प्रक्रिया के तहत दूरस्थ क्षेत्रों में स्थापित किए गए पोस्ट ऑफिस के साथ पासपोर्ट सेवा केंद्रों को खोलने की अनुमति दी है। इसके लिए क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय ने भी आदेश जारी किया है।

जल्द ही पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र खोल दिए जाएंगे। साथ ही वहां पर पासपोर्ट कार्यालय से संबंधित अधिकारियों और अन्य स्टाफ को भी भेजना है। अभी रोजाना लगभग 400 ऑनलाइन अपॉइंटमेंट जारी किए जा रहे हैं और दूसरे दिन का ही अपॉइंटमेंट मिल जा रहा है।

प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में खोले गए पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र के दुबारा खुल जाने से दूरस्थ और पर्वतीय जिलों से लोगों को दून के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।

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