1 अप्रैल से अगर खाते में नहीं रहेंगे 5000 रुपये तो कटेंगे आपके पैसे
बैंक खाते से केश लेन-देन पर ग्राहकों की जेब काटने जा रहा है।अगर बैंकों ने सरकार का आग्रह ठुकरा दिया तो 1 अप्रैल से नयी केश पालिसी लागू हो जायेगी।इसमें sbi के बैंक खाते में तो न्यूनतम बैलेंस रखना जरूरी हो जायेगा और शहर की श्रेणी की हिसाब से दून शहर के खाता धारकों को अपने अकाउंट में न्यूनतम 5000 रुपये रखने ही होंगे।ऐसा नहीं हुआ तो उन्हें 150 रुपये जुर्माना और 28 रुपये सर्विस टैक्स यानी कुल 178 चुकाने होंगे।
सिर्फ 3 बार जमा और निकासी:
अभी तक आप बैंक में कितनी भी बार नगद जमा या निकासी कर पाते थे।लेकिन 1 अप्रैल से sbi यह सीमा भी तय करने जा रहा है ।इसमें महीने में सिर्फ तीन बार ही बैंक जाकर खाते में नगद जमा या निकासी कर सकते है।इसके बाद किसी भी लेन-देन पर प्रति ट्रांजेक्शन 50 रुपये की फीस लगेगी।इ-कियोस्क इस श्रेणी में नहीं आएगा।
Atm ट्रांजेक्शन में भी कटोती:
सरकारी और निजी सभी तरह के बैंक atm से केश निकलना भी महंगा होगा।अभी तक बैंक अपने atm से 3 फ्री ट्रांजेक्शन देते रहे हैं।लेकिन अब अपने atm से 4 और दूसरे atm से तीन बार फ्री ट्रांजेक्शन ही देंगे।इसके बाद सर्विस टैक्स जोड़कर प्रति ट्रांजेक्शन 28 रुपये कटेंगे।जबकि atm मेंटिनैंस चार्ज के तौर पर डेढ़ सौ रुपये सालाना भी चुकाने पड़ेंगे।इसमें बैलेंस इन्क्वारी की भी गिनती होगी।
बैंकिंग लोकपाल का विकल्प;
बैंकों के इन फसलों के खिलाप ग्राहक उपभोक्ता फोरम और बैंकिंग लोकपाल में भी शिकायत कर सकते हैं।उत्तरांचल बैंक एम्पलाइज यूनियन के प्रदेश महामंत्री जगमोहन मेहंदीरत्ता का कहना है कि उपभोक्ता के लिए सभी विकल्प खुले है।