इसलिए हैं हमको गढ़वाली होने पर गर्व, चीन ने भी सराहा गढ़वाल को…..
बसंत के आगाज के साथ ही देशी-विदेशी पर्यटक पहाड़ की शांत वादियों का रूख करने लगे हैं। चीन के 20 सदस्यीय पर्यटकों के दल ने रानीचौरी के पहाड़ी हाउस पहुंचकर प्राकृतिक नजारों का लुत्फ उठाया। साथ ही गढ़वाल की संस्कृति से भी रूबरू हुए। टिहरी जनपद में रानीचौरी, काणाताल, धनोल्टी, इको पार्क कौड़िया आदि में प्रतिवर्ष पर्यटक प्राकृतिक नजारों का लुत्फ उठाने पहुंचते हैं। ऋषिकेश के आत्मा योगशाला में पहुंचे चीन के 20 सदस्यीय पर्यटक दल ने भी रानीचौरी के पहाड़ी हाउस पहुंचकर प्राकृतिक नजारों का लुत्फ उठाया। यहां पहाड़ी शैली से बने घर पर्यटकों को खूब भाये। पर्यटकों ने योगासन के साथ हिमालय की बर्फ से लकदक चोटियों को अपने कैमरे में कैद किया। साथ ही पहाड़ी हाउस में गढ़वाली व्यंजनों का स्वाद भी चखा। पहाड़ी हाउस के संचालक अभय शर्मा ने बताया कि देश-विदेश के सैलानियों को पहाड़ की शांत वादियां खूब रास आती हैं। रानीचौरी और काणाताल के पहाड़ी हाऊस में अब तक पर्यटकों के कई ग्रुप आ चुके हैं। इस सीजन में पर्यटक यहां रूकना खूब पंसद करते हैं।